कविता – न तुझको पता न मुझको पता
एमटीटी नेटवर्क। मैं जब भी देखता हूं, तुझको ही देखता हूं, क्यों देखता हूं, ना…
एमटीटी नेटवर्क। मैं जब भी देखता हूं, तुझको ही देखता हूं, क्यों देखता हूं, ना…
तुझे देखूं तो लगता है बस देखता रहूं, तुझपे लिखूं तो, जी करता है बस…
MY TIMES TODAY. mytimestoday.com किसी ने पूछा मेरे कौन हो तुम, मेरा जबाब कुछ यूं…
MY TIMES TODAY. रात के अंधेरे मे अक्सर तेरी बातेँ याद आती हैँ, पलकेँ भीँग…
MY TIMES TODAY. lipstunes कभी इश्क जूनुन था, कभी आशिकी जीद थी, ना कुछ पाने…
MY TIMES TODAY. तू दूर है मुझसे, मगर इन आंखों से ओझल नहीं, तेरी याद…