कर्नाटक चुनाव : राहुल की जनसभाओं पर भारी पड़ी मोदी की रैली

एमटीटी नेटवर्क। कर्नाटक चुनाव परिणाम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मोदी के मुकाबले राहुल गांधी की लोकप्रियता कम है. हालांकि चुनाव परिणाम में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है लेकिन जो परिणाम आये है उससे साफ है कि जनादेश बीजेपी के हाथ लगा है. कर्नाटक के परिणाम ने मोदी मैज़िक ब्रांड पर मुहर लगा दी है. भाजपा को पूर्ण बहुमत भले न मिले पर इतना तो तय है कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दक्षिण में विजय शुभ संकेत है.
अगर हम इस जनादेश का विश्लेषण करें तो इतना तो तय है कि राहुल गांधी और मोदी का सीधा मुकाबला थे. राहुल गांधी ने इसके लिए जोर शोर से सभाएं भी की. कई दौरे भी किये लेकिन कही न कही मोदी के मुकाबले राहुल गांधी पिछड़ गए.
मोदी ने चामराजनगर, उडुपी, बेलगावी, गुलबर्ग, बेल्लारी, बंगलूरू ग्रामीण व शहर, तुमकुर, शिमोगा, हुबली, रायचूर, चित्रदुर्ग, कोलार, विजयपुरा, मंगलूरू, बीदर, बांगरपेट, गदग, कोपल और देवनगिरी में जनसभाएं कीं. इस दौरान मोदी ने कुल 21 रैलियां की. जबकि अमित शाह ने 27 रैलियां और कुल 26 रोड शो किये. वही राहुल गांधी ने इस दौरान कुल 23 जनसभाएं की. राहुल गांधी इस दौरान 20 दिनोंं तक कर्नाटक में रहे भी. उन्होंने कई दौरेे भी किये. अपनीी तरफ से राहुल गांधी ने तो कोई कसर नहीं छोड़ी पर राहुल गांधी वोटर्स पर वो छाप छोड़ने में असफल रहे जो मोदी ने छोड़ी. वो अपने सीएम को बचाने के चक्कर में बीजेपी और मोदी पर हमला बोलते रह गए. वो जनता के सामने अपनी सरकार के कामों को नहीं ले जा सके. खैैैर अब राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के लिए नयी रणनीति अपनानी होगी. सिर्फ मोदी की बुराई करने से जंग जीतना मुमकिन नहीं है.